चाह यही इस जीवन में यदि पुण्य किये हों मैने भारत में ही जन्म लूँ रूप ले सेना के जवान क चाह यही इस जीवन में यदि पुण्य किये हों मैने भारत में ही जन्म लूँ रूप ले सेना ...
तू झलक रहा वतन के कणों में है तू रक्षक भारत पर पड़ती हर लाठी का। तू झलक रहा वतन के कणों में है तू रक्षक भारत पर पड़ती हर लाठी का।
कामयाब न हुई शत्रु की चाल ऊंचा किया भारत का भाल। कामयाब न हुई शत्रु की चाल ऊंचा किया भारत का भाल।
बच्चे खेलते पार कर ले, जवान दौड़ते पार कर ले, बेसहारा सहारा लेकर पार कर ले.. बच्चे खेलते पार कर ले, जवान दौड़ते पार कर ले, बेसहारा सहारा लेकर पार कर ले..
हर एक कहानी के भीतर तहज़ीब हज़ारों सालों की संदेश अमन मतवालों का दुनिया को अब सिखलाना है। हर एक कहानी के भीतर तहज़ीब हज़ारों सालों की संदेश अमन मतवालों का दुनिया को अब...
क्योंकी अकेले में तिरंगा भी रोता है क्योंकी अकेले में तिरंगा भी रोता है